अंधा युग

लेखक: डॉ. धर्मवीर भारती

शैली: नाटक

विवरण

"अंधा युग" की कहानी मुख्य रूप से व्यक्तिगत स्वतंत्रता, राष्ट्रीयता, और समाजी अभिव्यक्ति ...

नाटक में अंधे राजकुमार श्रीप्रकाश का दर्पण है जिसमें उसकी विचारधारा, अनुभव, और संघर्ष दिखाए जाते हैं। यह नाटक सामाजिक न्याय, राजनीति, और सामाजिक सुधार के मुद्दों पर विचारशील है।

....Read more

अध्याय

पात्र
घटना-काल
स्थापना
मंगलाचरण
उद्घोषणा
पहला अंक - कौरव नगरी
द्वितीय अंक - पशु का उदय
तृतीय अंक - अश्वत्थामा का अर्द्धसत्य
पंख, पहिए और पट्टियाँ
चौथा अंक - गांधारी का शाप
पाँचवाँ अंक - विजयःएक क्रमिक आत्महत्या
समापन - प्रभु की मृत्यु
00:00 / 00:00

Similar Reading

Show Chapters